1 |
ज़िन्दगी लौट आई थी |
रामदरश मिश्र |
275 |
2 |
पोलो विक्ट्री में गाइड |
राजेन्द्र राव |
350 |
3 |
भीड़ का चेहरा नहीं होता |
गोविन्द उपाध्याय |
325 |
4 |
कोठा नं- 64 |
राकेश शंकर भारती |
425 |
5 |
हाउस ऑफ लस्ट |
नरेन्द्र नागदेव |
375 |
6 |
अपनी-अपनी दुनिया |
अवधेश श्रीवास्तव |
400 |
7 |
लकीर |
गजेन्द्र रावत |
325 |
8 |
कानपुर की घातक कथाएँ-1 |
मृदुल कपिल |
185 |
9 |
कथापर्व (21 उत्कृष्ट कहानियाँ) |
सं. माधव सक्सेना |
525 |
10 |
समर्पिता |
डॉ. नरेन्द्र मोहन अवस्थी |
175 |
11 |
गाँधी को मेरा सलाम |
एम. अली मदहोश |
295 |
12 |
नदी के उंगलियों के निशान |
कुसुम भट्ट |
225 |
13 |
तुम ऐसी तो नहीं थी |
गोविन्द उपाध्याय |
275 |
14 |
एक पाती ऐसी भी |
कृष्णा अग्निहोत्री |
275 |
15 |
तीर्थटन के बाद |
अमरीक सिंह दीप |
275 |
16 |
गाँव-परिवेश की कहानियाँ |
डॉ. सूर्यदीन यादव |
450 |
17 |
घुरिया |
मीना पाठक |
425 |
18 |
जलपाश |
मृदुला श्रीवास्तव |
350 |
19 |
ताई |
पं. विश्वंभरनाथ शर्मा |
325 |
20 |
मेरा कमरा बदल दीजिए |
राजेश कुमार |
350 |
21 |
बा-मुलाहिजा होशियार |
हरभजन सिंह मेहरोत्रा |
275 |
22 |
इस जिन्दगी के उस पार |
राकेश शंकर भारती |
425 |
23 |
सुर-ताल |
शैल अग्रवाल |
275 |
24 |
उपच्छाया |
दीपक शर्मा |
250 |
25 |
मृगमरीचिका तथा अन्य कहानियाँ |
अनु. डॉ. पी. सरस्वती |
225 |
26 |
तीन दुनियाओं की 21 और कहानियाँ |
अनु.व सं.तरसेम गुजराल |
450 |
27 |
जीवन-मृत्यु (अस्पताल की कहानियाँ) |
सं. उर्मिला शिरीष |
425 |
28 |
कथानगर |
चन्द्रकान्ता |
395 |
29 |
बदसूरत आदमी |
रणीराम गढ़वाली |
325 |
30 |
गोड़पोछना (जनजातीय पृष्ठभूमि की कहानियाँ) |
जयनंदन |
395 |
31 |
नैनसी का धूड़ा (स्वयं प्रकाश की ग्रामीण जीवन पर कहानियाँ) |
सं. रचना सिंह |
350 |
32 |
यह मिथक नहीं |
अमरीक सिंह दीप |
325 |
33 |
कथा और किन्नर |
डॉ. विजेन्द्र प्रताप सिंह |
295 |
34 |
काफिल का कुत्ता |
विक्रम सिंह |
250 |
35 |
कभी हम भी तुम भी थे आसना |
मणिका मोहिनी |
325 |
36 |
स्पर्श रेखायें |
दीपक शर्मा |
325 |
37 |
चाहती क्या है लड़की |
निर्मला डोसी |
350 |
38 |
और एक दिन |
नीरजा हेमेन्द्र |
395 |
39 |
एक थी माला |
इरा ठाकुर |
395 |
40 |
ए लव स्टोरी वाया फेसबुक |
गिरीश पंकज |
325 |
41 |
एक अप्रेषित पत्र |
महेन्द्र भीष्म |
350 |
42 |
मंटो: विभाजन की कहानियाँ |
सं. नरेन्द्र मोहन |
300 |
43 |
कोठे पर कागा |
चन्द्रकांता |
250 |
44 |
ईश्वर की प्रतीक्षा |
गिरीश पंकज |
250 |
45 |
लड़कियों वाला घर |
सुभाष नीरव |
200 |
46 |
सैन्य जीवन की कहानियाँ |
सं. हरेन्द्र सिंह भदौरिया |
350 |
47 |
अपने से परे |
डॉ. प्रेम कुमारी नाहटा |
350 |
48 |
बरगद की छाँव में |
उषा भटनागर |
250 |
49 |
और कितने टुकड़े |
विक्रम सिंह |
250 |
50 |
जीतने के लिये फिर खेलना होगा |
श्याम प्रीत |
200 |
51 |
वे नहीं आये |
गिरिराज किशोर |
250 |
52 |
ओ सोनकिसरी |
चन्द्रकान्ता |
200 |
53 |
सलाखों के पीछे |
चन्द्रकान्ता |
250 |
54 |
चन्द्रकांता की यादगारी कहानियाँ |
चन्द्रकान्ता |
135 |
55 |
कठौती (कहानी समग्र: तीन भागों में) |
कृष्णा अग्निहोत्री |
3000 |
56 |
आधी पीली आधी हरी |
डॉ. गौतम सचदेव |
300 |
57 |
गद्यपथ के दीप |
डॉ. गौतम सचदेव |
300 |
58 |
एक टुकड़ा कस्तूरी |
सूर्यबाला |
200 |
59 |
गैरहाजिरी के बावजूद |
सूर्यबाला |
225 |
60 |
दहलीज पर न्याय |
चन्द्रकांता |
250 |
61 |
पतली गली का बंद मकान |
रणीराम गढ़वाली |
250 |
62 |
अमलतास के फूल |
नीरजा हेमेन्द्र |
150 |
63 |
नो मैन्स लैण्ड |
मूल जसबीर भुल्लर अनु. अमरीक सिंह दीप |
250 |
64 |
वनपाखी |
अमरीक सिंह दीप |
250 |
65 |
उपन्यास का आदमी |
डॉ. इन्दु पाण्डे |
200 |
66 |
सन्यासी का अपहरण |
डॉ. इन्दु पाण्डे |
200 |
67 |
बोझ मुक्त |
विपिन बिहारी |
250 |
68 |
टाइम पास |
डॉ. श्रद्धा उपाध्याय |
200 |
69 |
छप्पर पर पारस |
डॉ. सुरेन्द्र अंचल |
120 |
70 |
हिम्मत कीमत होय |
डॉ. सुरेन्द्र अंचल |
120 |
71 |
विदा की तकलीफ |
से. रा. यात्री |
250 |
72 |
दफन हुए शिलालेख |
हरभजन सिंह मेहरोत्रा |
280 |
73 |
पंजाबी की चुनी हुई कहानियाँ |
अनु.व सं.अमरीक सिंहदीप |
275 |
74 |
करुण पुकार तथा अन्य कहानियाँ |
अनु. व सं. डॉ. एन. लक्ष्मी |
200 |
75 |
कहानी - संग्रह |
|
|
76 |
ज़िन्दगी लौट आई थी |
रामदरश मिश्र |
150 |
77 |
पोलो विक्ट्री में गाइड |
राजेन्द्र राव |
195 |
78 |
भीड़ का चेहरा नहीं होता |
गोविन्द उपाध्याय |
175 |
79 |
कोठा नं- 64 |
राकेश शंकर भारती |
225 |
80 |
अपनी-अपनी दुनिया |
अवधेश श्रीवास्तव |
225 |
81 |
हाउस ऑफ लस्ट |
नरेन्द्र नागदेव |
195 |
82 |
लकीर |
गजेन्द्र रावत |
195 |
83 |
कानपुर की घातक कथाएँ-1 |
मृदुल कपिल |
185 |
84 |
कथापर्व (21 उत्कृष्ट कहानियाँ) |
सं. माधव सक्सेना |
295 |
85 |
गाँधी को मेरा सलाम |
एम. अली मदहोश |
150 |
86 |
नदी के उंगलियों के निशान |
कुसुम भट्ट |
125 |
87 |
इस जिन्दगी के उस पार |
राकेश शंकर भारती |
225 |
88 |
तुम ऐसी तो नहीं थी |
गोविन्द उपाध्याय |
160 |
89 |
एक पाती ऐसी भी |
कृष्णा अग्निहोत्री |
160 |
90 |
समर्पिता |
डॉ. नरेन्द्र मोहन अवस्थी |
175 |
91 |
तीन दुनियाओं की 21 और कहानियाँ |
अनु.व सं.तरसेम गुजराल |
250 |
92 |
तीर्थटन के बाद |
अमरीक सिंह दीप |
160 |
93 |
गाँव-परिवेश की कहानियाँ |
डॉ. सूर्यदीन यादव |
250 |
94 |
घुरिया |
मीना पाठक |
225 |
95 |
जीवन-मृत्यु (अस्पताल की कहानियाँ) |
सं. उर्मिला शिरीष |
225 |
96 |
जलपाश |
मृदुला श्रीवास्तव |
195 |
97 |
ताई |
पं. विश्वंभरनाथ शर्मा |
175 |
98 |
मेरा कमरा बदल दीजिए |
राजेश कुमार |
195 |
99 |
बा-मुलाहिजा होशियार |
हरभजन सिंह मेहरोत्रा |
160 |
100 |
इस जिन्दगी के उस पार |
राकेश शंकर भारती |
225 |
101 |
उपच्छाया |
दीपक शर्मा |
140 |
102 |
काफिल का कुत्ता |
विक्रम सिंह |
150 |
103 |
कभी हम भी तुम भी थे आसना |
मणिका मोहिनी |
150 |
104 |
स्पर्श रेखायें |
दीपक शर्मा |
150 |
105 |
गोड़पोछना |
जयनंदन |
225 |
106 |
एक थी माला |
इरा ठाकुर |
195 |
107 |
चाहती क्या है लड़की |
निर्मला डोसी |
160 |
108 |
कथानगर |
चन्द्रकान्ता |
195 |
109 |
और एक दिन |
नीरजा हेमेन्द्र |
195 |
110 |
ए लव स्टोरी वाया फेसबुक |
गिरीश पंकज |
175 |
111 |
एक अप्रेषित पत्र |
महेन्द्र भीष्म |
195 |
112 |
बदसूरत आदमी |
रणीराम गढ़वाली |
175 |
113 |
नैनसी का धूड़ा (स्वयं प्रकाश की ग्रामीण जीवन पर कहानियाँ) |
सं. रचना सिंह |
195 |
114 |
यह मिथक नहीं |
अमरीक सिंह दीप |
175 |
115 |
कथा और किन्नर |
डॉ. विजेन्द्र प्रताप सिंह |
175 |
116 |
मंटो: विभाजन की कहानियाँ |
सं. नरेन्द्र मोहन |
150 |
117 |
कोठे पर कागा |
चन्द्रकांता |
125 |
118 |
चुनाव-मैदान में बंदूक सिंह |
सुरेश कांत |
150 |
119 |
ईश्वर की प्रतीक्षा |
गिरीश पंकज |
125 |
120 |
पंजाबी की चुनी हुई कहानियाँ |
सं. अमरीकसिंह दीप |
135 |
121 |
लड़कियों वाला घर |
सुभाष नीरव |
95 |
122 |
दफन हुए शिलालेख |
हरभजन सिंह मेहरोत्रा |
0 |
123 |
वनपाखी |
अमरीक सिंह दीप |
0 |
124 |
चन्द्रकांता की यादगारी कहानियाँ |
चन्द्रकान्ता |
135 |
125 |
सैन्य जीवन की कहानियाँ |
सं. हरेन्द्र सिंह भदौरिया |
195 |
126 |
नो मैन्स लैण्ड |
अनु. अमरीक सिंह दीप |
75 |
127 |
एक टुकड़ा कस्तूरी |
सूर्यबाला |
65 |
128 |
गैरहाजिरी के बावजूद |
सूर्यबाला |
65 |
129 |
विदा की तकलीफ |
से. रा. यात्री |
70 |
130 |
वे नहीं आये |
गिरिराज किशोर |
70 |
131 |
दहलीज पर न्याय |
चन्द्रकांता |
70 |
132 |
पतली गली का बंद मकान |
रणीराम गढ़वाली |
70 |
133 |
बरगद की छाँव में |
उषा भटनागर |
95 |
134 |
और कितने टुकड़े |
विक्रम सिंह |
85 |
135 |
जी हाँ मैं लेखिका हूँ |
नीरजा हेमेन्द्र |
125 |
136 |
हाशिए पर उगते हुए सूरज |
डॉ. दीप्ती गुप्ता |
125 |
137 |
आधी पीली आधी हरी |
डॉ. गौतम सचदेव |
75 |
138 |
पोशनूल की वापसी |
चंद्रकांता |
250 |
139 |
तू चलता चल |
तेजेन्द्र शर्मा |
375 |
140 |
महाशूद्र-महाब्राह्मण |
मोहनदास नैमिशराय |
325 |
141 |
तलाश |
जयप्रकाश कर्दम |
300 |
142 |
पिया मेंहदी लगाए द मोतीझील से |
नीहार गीते |
350 |
143 |
हासिये पर लोग (वृद्ध विमर्श की कहानियां) |
रूप सिंह चंदेल |
350 |
144 |
नैवेद्य |
सूर्यबाला |
|
145 |
पहला प्यार तथा अन्य कहानियां |
प्रदीप पंत |
350 |